कुछ बात तो है इस दिल को बेकरार किया उसने। ~एकांत नेगी
एक तो हुस्न कयामत उसपे होठों का लाल होना।
जहाँ तक रास्माता मालूम था हमसफर चलते गए,
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है,
अगर मोहब्बत से पेश आते तो न जाने क्या होता।
मेरी चाहत को दुल्हन तू बना लेना, मगर सुन ले,
मुझे सताने के सलीके तो उन्हें quotesorshayari बेहिसाब आते हैं,
बिछड़ के तुझसे हर रास्ता सुनसान रहता है,
ख्यालों और सांसों का हिसाब है ज़िन्दगी,
मैं घर का रास्ता भूला, जो निकला आपके शहर से,
अब तक सबने बाज़ी हारी इस दिल को रिझाने में,
रास्ते पर तो खड़ा हूँ पर चलना भूल गया हूँ।
खुदा की तरह चाहने लगे थे उस यार को, वो भी खुदा की तरह हर एक का निकला।
तेरी चिट्ठी जो किताबों में छुपा रखी है।